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मंगलवार, 30 सितंबर || खुश रहना चाहते हैं? दूसरों की मदद करें!

  • Writer: Honey Drops for Every Soul
    Honey Drops for Every Soul
  • Sep 30
  • 2 min read

आत्मिक अमृत अध्ययनः तीतुस 3ः1-8


‘‘क्योंकि हम उसके बनाए हुए हैं, और मसीह यीशु में उन भले कामों के लिए सृजे गए हैं जिन्हें परमेश्वर ने पहले से हमारे करने के लिये तैयार किया।‘‘ - इफिसियों 2ः10


हर साल एक किसान अपना मक्का राज्य मेले में लाता था जहाँ उसे सर्वश्रेष्ठ मक्का का पुरस्कार मिलता था। एक साल, एक अखबार के रिपोर्टर ने उसका साक्षात्कार लिया और पाया कि किसान अपने पड़ोसियों के साथ अपना मक्का का बीज बाँटता था। रिपोर्टर ने पूछा, ‘‘आप अपने पड़ोसियों के साथ अपना सबसे अच्छा मक्का का बीज कैसे बाँट सकते हैं, जब वे हर साल आपसे प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं?‘‘ किसान ने कहा, ‘‘हवा पकते हुए मक्का से पराग उठाती है और उसे एक खेत से दूसरे खेत में घुमाती है। अगर मेरे पड़ोसी घटिया मक्का उगाते हैं, तो पर-परागण मेरे मक्का की गुणवत्ता को लगातार कम कराता जाएगा। अगर मुझे अच्छा मक्का उगाना है, तो मुझे अपने पड़ोसियों को अच्छा मक्का उगाने में मदद करनी होगी।‘‘

 प्रिय मित्रों, किसान इस बात से भली-भाँति परिचित था कि जब तक उसके पड़ोसी का मक्का नहीं सुधरेगा, उसका मक्का भी नहीं सुधरेगा। इसलिए उसने उनके मक्का की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए उनकी मदद की। इस किसान के रवैये से हमें जीवन का एक सबक मिलता है। अगर हम अपने पड़ोसियों के साथ शांति से रहना चाहते हैं, तो हमें उन्हें शांति से रहने में मदद करनी चाहिए। हमें अच्छे कर्म करने के लिए तत्पर रहना चाहिए। हमें किसी भी तरह से दूसरों के लिए बाधा नहीं बनना चाहिए। तीतुस को लिखे अपने पत्र में, पौलुस निम्नलिखित सलाह देते हैः ‘‘सब बातों में अपने आप को भले कामों का नमूना बना।‘‘ (तीतुस 2ः7) इतना ही नहीं, वह तीतुस को यह भी निर्देश देते है कि वह लोगों को याद दिलाए कि वे जो भी अच्छा है उसे करने के लिए तैयार रहें। (तीतुस 3ः1) वे तीतुस को लिखे पत्र का समापन यह कहते हुए करते है कि हमारे लोगों को अच्छे काम करने के लिए खुद को समर्पित करना सीखना चाहिए ताकि वे अपनी दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति कर सकें और अनुत्पादक जीवन न जीए। इसलिए, जब भी हमें अवसर मिले, हम सभी लोगों का भला करें। आइए हम दूसरों को अच्छी जिंदगी जीने और खुशियाँ पाने में मदद करें।
प्रार्थनाः हे प्रभु, मुझे स्वार्थी न बनने दें, बल्कि आपके हाथों से प्राप्त सभी आशीर्वादों को दूसरों के साथ बाँटने दें। मैं दूसरों के लिए बाधा न बनूँ। भलाई करके एक आदर्श बनने में मेरी मदद करें। जहाँ तक हो सके, मैं सबके साथ शांति से रहूँ। यीशु के नाम में, मैं प्रार्थना करता हूँ। आमीन। 

For contact: EL-SHADDAI LITERATURE MINISTRIES TRUST

CHENNAI-59

Mobile: 9444456177 Webistie: https://www.honeydropsonline.com


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