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शुक्रवार, जून 20 || हमारी आशा नहीं टूटेगी

  • Writer: Honey Drops for Every Soul
    Honey Drops for Every Soul
  • Jun 20
  • 2 min read

आत्मिक अमृत अध्ययनः यहेजकेल 37ः 1-14



‘‘... हे सूखी हड्डियों, यहोवा का वचन सुनो! ... मैं आप तुम में सांस समाऊँगा, और तुम जी उठोगी।‘‘ - यहेजकेल 37ः4,5

       

   यहेजकेल का यह दर्शन पवित्र शास्त्र में सबसे प्रसिद्ध अंशों में से एक है। यहेजकेल को आत्मा द्वारा ले जाया गया था और सूखी हड्डियों से भरी घाटी में उतारा दिया गया था। यहेजकेल को इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं था कि परमेश्वर उसे वहाँ क्यों ले गया। कभी-कभी, परमेश्वर की इच्छा और मार्ग बिना किसी उद्देश्य के लग सकते हैं। लेकिन हमें याद रखना चाहिए कि हमारे पास सीमित ज्ञान है और इसलिए हम उस खूबसूरत चित्र का केवल एक हिस्सा ही देख सकते हैं जिसे वह बुन रहे है। वे हमारे जीवन में विभिन्न रंगों के धागों का “मास्टर बुनकर” है और हमें आश्वस्त होना चाहिए कि परिणाम हमेशा सबसे अच्छा होगा।

      10 जनजातियों के उत्तरी राज्य और 2 जनजातियों के दक्षिणी राज्य को निर्वासित कर दिया गया था, और परमेश्वर के मंदिर को नष्ट कर दिया गया था। यहूदियों ने इस्राएल पर परमेश्वर के भविष्य के आशीर्वाद के बारे में सारी आशा खो दी। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी हड्डियाँ सूख गई हैं और हमारी आशा जाती रहीय हम पूरी रीति से कट चुके है।‘‘ (यहेजकेल 37ः11) लेकिन, प्रभु वाचा पालन करने वाले परमेश्वर है, और इसलिए उन्होंने यहेजकेल के माध्यम से भविष्यवाणी की कि वे इस्राएल के साथ समाप्त नहीं हुए थे। वे अब्राहम, इसहाक और याकूब के साथ अपनी बिना शर्त वाचा को निभायेंगे, और भविष्य में इस्राएल के लिए अच्छा करेंगे। याद रखें कि इस भविष्यवाणी के समय, राष्ट्र, यरूशलेम का पवित्र शहर और मंदिर, सभी खंडहर में पड़े थे। लेकिन, उनकी महान प्रेमपूर्ण दया और करुणा को याद करते हुए परमेश्वर महान क्रोध के बीच आशा की भविष्यवाणी कर रहे थे। परमेश्वर ने उन्हें यह वादा दियाः “मैं तुम में अपना आत्मा समाऊँगा, और तुम जीओगेय और तुम को तुम्हारे निज देश में बसाऊँगा”। (यहेजकेल 37ः14) यह “ऐसी आशा” वाली आशा नहीं है, बल्कि एक पक्का और दृढ़ वादा है जो परमेश्वर के सही समय पर पूरा होगा।

 

प्यारे दोस्तों, हम उसके लोग हैं जिन्होंने विश्वास के जरिए नई वाचा में प्रवेश किया है, और इसलिए आइए हम इस वादे में सुरक्षित रहें कि परमेश्वर हमें कभी नहीं छोड़ेंगे और न ही हमें त्यागेंगे, चाहे आज स्थिति कितनी भी नकारात्मक क्यों न हो।

प्रार्थनाः प्रिय प्रभु, मेरी आशा टूट चुकी है और मेरी हड्डियाँ सूख चुकी हैं, लेकिन मुझे आशा नहीं खोनी चाहिए। मुझे विश्वास, उत्सुकता और धैर्य के साथ प्रतीक्षा करने में मदद करें कि आप मुझे जीवन में वापस लाएँगे, क्योंकि आप एक वाचा पालन करने वाले परमेश्वर हैं, दया में समृद्ध हैं। मेरे पापों को क्षमा करें और मुझे मुक्त करें। आमीन

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