top of page

शनिवार, 27 सितंबर || खजूर के पेड़ों की तरह बढ़ो

  • Writer: Honey Drops for Every Soul
    Honey Drops for Every Soul
  • Sep 27
  • 2 min read

आत्मिक अमृत अध्ययनः रोमियों 3ः19-26


“धर्मी लोग खजूर के समान फूले फलेंगे,...” - भजन 92ः12


आज का वचन दो पेड़ों के बारे में बात करता है - एक खजूर का पेड़ और एक देवदार। यह कहता है कि धर्मी लोग इन पेड़ों की तरह फलेंगे-फूलेंगे। एक व्यक्ति अपने आप में धर्मी नहीं होता है। हमारे सभी धर्मी कार्य मैले चिथड़ों के समान हैं। (यशायाह 64ः6) रोमियों 3ः10 कहता है, “कोई धर्मी नहीं, एक भी नहीं।” “इसलिये कि सब ने पाप किया है और परमेश्वर की महिमा से रहित हैं।” तो फिर, हम कैसे धर्मी बन सकते हैं? “परंतु उसके अनुग्रह से उस छुटकारे के द्वारा जो मसीह यीशु में है, सेंतमेंत धर्मी ठहराए जाते हैं।“ (रोमियों 3ः23, 24) इसलिए परमेश्वर की कृपा से हम धर्मी बनाए गए हैं। 


 प्रिय मित्रों, यीशु मसीह हमारी खोज में आए, हम जो कभी अंधकार और पाप में थे। उन्होंने हमें बचाया और हमें धर्मी बनाया। लेकिन हमारी कहानी यहीं समाप्त नहीं होती है। हमें दिन-प्रतिदिन आध्यात्मिक रूप से बढ़ते रहना चाहिए। धर्मी लोगों की वृद्धि की तुलना खजुर के पेड़ से क्यों की गई है? खजुर का पेड़ अपनी वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है। भले ही परिस्थितियाँ इसके बढ़ने के लिए प्रतिकूल हों, फिर भी यह बढ़ता रहता है। भयंकर सूखे के मौसम में भी, यह अपनी वृद्धि नहीं रोकता है। भले ही सूखे पत्ते गिर जाएँ, फिर भी यह नए ताजे और हरे पत्ते पैदा करता रहता है। यद्यपि इसकी जड़ें रेशेदार होती हैं, फिर भी ये गहरी और चैड़ी होती हैं ताकि मिट्टी में मजबूत पकड़ बना सकें। यही कारण है कि खजुर के पेड़ तूफान में भी शायद ही कभी उखड़ते हैं। आइए हम भी, धर्मी लोगों के रूप में, अपने आध्यात्मिक जीवन में खजुर के पेड़ों की तरह बनें। भले ही हमारी परिस्थितियाँ प्रतिकूल हों, अगर हम मजबूती से प्रभु में जड़ें जमाए हुए हैं, हम डगमगाएँगे नहीं और बढ़ते रहेंगे। प्रभु धूप से तपती धरती पर हमारी जरूरतें पूरी करेंगे और हमें हर दिन फलते-फूलते रहेंगे। 

प्रार्थनाः प्रिय प्रभु, मैं कभी पापी था, लेकिन अब आपने मुझे यीशु के लहू से धोकर धर्मी बना दिया है। यह पूरी तरह आपकी कृपा से है। धन्यवाद प्रभु। इससे मेरा आध्यात्मिक विकास न रुके, बल्कि मैं आप में स्थिर रहूँ और तूफानी परिस्थितियों में भी बढ़ता रहूँ। आमीन। 

For contact: EL-SHADDAI LITERATURE MINISTRIES TRUST

CHENNAI-59

Mobile: 9444456177 Webistie: https://www.honeydropsonline.com


Comments

Rated 0 out of 5 stars.
No ratings yet

Add a rating
bottom of page