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शनिवार, 26 अप्रैल || क्या हम तेज धार वाले उपकरण हैं?

  • Writer: Honey Drops for Every Soul
    Honey Drops for Every Soul
  • Apr 26
  • 2 min read

आत्मिक अमृत अध्ययनः प्रेरितों 6ः1-7


‘देख, मैं ने तुझे छुरीवाले दाँवने का एक नया और चोखा यन्त्र ठहराया हैय‘ - यशायाह 41ः1


प्रभु को अपने राज्य के लिए कार्य करने के लिए नए और धारदार उपकरणों की आवश्यकता है, न कि कुंद और जंग लगे उपकरणों की। कल्पना कीजिए कि दो आदमी एक पेड़ काट रहे हैं, एक कुंद कुल्हाड़ी से और दूसरा तेज कुल्हाड़ी से। क्या तेज कुल्हाड़ी चलाने वाले व्यक्ति द्वारा लिया गया समय और ऊर्जा की खपत, कुंद कुल्हाड़ी से काम करने वाले व्यक्ति से कम नहीं होगी? और क्या तेज कुल्हाड़ी चलाने वाले का काम प्रभावी और कुशल नहीं होगा? इसी प्रकार, यदि हम तीक्ष्ण उपकरण हैं तो ही परमेश्वर के साम्राज्य में हमारा प्रभावी ढंग से उपयोग किया जा सकता है। कई बार हम पूछते हैं, ‘‘प्रभु, मुझे आपके हाथों में साधन बनने दीजिए।‘‘ लेकिन जो अधिक महत्वपूर्ण है वह उपकरण की स्थिति है। क्या हम, जो प्रभु का उपकरण बनने की इच्छा रखते हैं, उन्हें हमें तेज करने, हमें सुधारने, हमारे अंदर टूटे और अयोग्य बिंदुओं की मरम्मत करने की अनुमति देने के लिए समय निकालते हैं ताकि हम कुशलतापूर्वक उपयोग हो सकें? याद रखें, यदि हम जंग खाए हुए और कुंद हैं तो हम प्रभु के कार्य में किसी भी पूर्णता को प्राप्त करने में बाधा उत्पन्न करेंगे।


आज के पाठ में, हमने पढ़ा कि केवल जब प्रेरितों ने अपना ध्यान विशेष रूप से प्रार्थना और वचन की सेवकाई पर देने का निर्णय लिया, तो परमेश्वर का वचन तेजी से फैल गया और यरूशलेम में शिष्यों की संख्या तेजी से बढ़ गई।


तो प्रिय मित्रों, आइए हम परमेश्वर के वचन का अधिक से अधिक ध्यान करने के लिए समय निकालें और उसके अनुसार अपने जीवन को सही करें। आइए हम स्वयं को वचन द्वारा मरम्मत, चिकनाई और निखारने की अनुमति दें। आइए हम अपने साक्षी जीवन के माध्यम से प्रभु यीशु को दुनिया के सामने प्रकट करने का प्रयास करें। आइए हमारा जीवन दुनिया के सामने उनके प्रेम का प्रचार करेंय हमारा आचरण दुनिया को उनकी छवि दिखाए और हमारी वाणी दुनिया को उन्हें प्रतिबिंबित करें। आमीन।
प्रार्थनाः सर्वशक्तिमान परमेश्वर, मैं आपकी सेवकाई को एक जंग लगे और कुंद उपकरण के रूप में करने का प्रयास करता हूँ। राज्य के काम को तेज करने के बजाय, अपनी लापरवाही से मैं प्रक्रिया को धीमा ही कर देता हूँ। मै आपके पास आता हूँ। मुझे तेज करो और मुझे अपनी सेवा में प्रभावी ढंग से उपयोग करो। यीशु के नाम पर मैं प्रार्थना करता हूँ। आमीन

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