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रविवार, 29 जून || शैतान के तीर से सावधान!

  • Writer: Honey Drops for Every Soul
    Honey Drops for Every Soul
  • Jun 29
  • 2 min read

आत्मिक अमृत अध्ययनः उत्पत्ति 3ः 1-7


‘... वह (शैतान) तो आरम्भ से हत्यारा है और सत्य पर स्थिर न रहा ...‘‘  - यूहन्ना 8ः 44

   

         रेगिस्तान, रैटलस्नेक के लिए एक प्राकृतिक आवास है। एरिजोना के रेगिस्तान में रैटलस्नेक बहुतायत में पाए जाते हैं। उस जगह के लंबे समय से रहने वाले लोग अच्छी तरह जानते हैं कि उन्हें सांप का सिर काटकर दफना देना चाहिए। लेकिन वे कहते हैं कि मरने के बाद भी रैटलस्नेक में हमला करने की एक रिफ्लेक्स क्षमता बनी रहती है। आमतौर पर रैटलस्नेक खुद को बहुत अच्छी तरह से छिपा लेते हैं। वे अपने छिपने के स्थानों में चुपचाप प्रतीक्षा करते हैं, और जब लोग उनके पास से गुजरते हैं, तो वे अचानक उन पर हमला कर देते हैं। यह संयोग से नहीं है कि पवित्र शास्त्र, शैतान को सर्प कहती है। हर ईसाई को ‘‘पुराने साँप ... शैतान‘‘ से सावधान रहना चाहिए। (प्रकाशितवाक्य 20ः2) वह रैटलस्नेक जितना ही जहरीला है। मसीह ने उसका सिर क्रूस पर मारा था, लेकिन उसका जहर अभी भी उन लोगों के लिए घातक है जो उसके जाल में फंस जाते हैं। वह हमारे मन, हमारे परिवारों और हमारे कलीसियाओं को विभाजित करना चाहता है, क्योंकि वह जानता है कि एक व्यक्ति, घर या कलीसिया जो खुद के खिलाफ विभाजित है, वह खड़ा नहीं रह सकता है। पौलुस 2 कुरिन्थियों 11ः3 में लिखते हैं, ‘‘परंतु मैं डरता हूँ कि जैसे साँप ने अपनी चतुराई से हव्वा को बहकाया, वैसे ही तुम्हारे मन उस सीधाई और पवित्रता से जो मसीह के साथ होनी चाहिये, कहीं भ्रष्ट न किए जाएँ।“

 

    प्यारे दोस्तों, शैतान के हमले से बचने का एकमात्र तरीका है कि हम अपने हर विचार को बंदी बना लें और उसे मसीह के प्रति आज्ञाकारी बना लें। (2 कुरिन्थियों 10ः 5) नील टी एंडरसन लिखते हैं, ‘‘लुभावने विचारों को तुरंत रोकना चाहिए, अन्यथा हमें कुछ नकारात्मक परिणाम भुगतने होंगे। जो कोई विचार बोता है, वह कर्म काटता है। जो कोई कर्म बोता है, वह आदत काटता है। जो कोई आदत बोता है, वह जीवनशैली काटता है। जो कोई जीवनशैली बोता है, वह भाग्य काटता है।‘‘ इसलिए हमें  सावधान रहना चाहिए। हमें धोखा नहीं खाना चाहिए। हमें मसीह के खून और पवित्र आत्मा की शक्ति से शैतान पर विजय प्राप्त करनी चाहिए।

प्रार्थनाः स्वर्गीय पिता, अक्सर पाप मुझे बहुत परिचितता से लुभाता है कि मैं आसानी से इसके द्वारा धोखा खा जाता हूँ। मुझे पाप और उसके पीछे छिपे शैतान से घृणा करने की कृपा प्रदान करें। मैं जानता हूँ कि यीशु के लहू में विजय है। आमीन

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