मंगलवार, 23 सितंबर || प्रभु आपके आँसू देखते है
- Honey Drops for Every Soul

- Sep 23
- 2 min read
आत्मिक अमृत अध्ययनः भजन संहिता 30ः 1-12
“... मैं ने तेरी प्रार्थना सुनी और तेरे आँसू देखे हैं; देखे, मैं तुझे चंगा करता हूँ;..”
- 2 राजाओं 20ः 5
हमारे प्रभु अपने प्यारे बच्चों की प्रार्थनाओं को कभी अनदेखा या त्यागते नहीं है दृ खासकर अपने बच्चों द्वारा की गई प्रार्थना जो टूटे हुए दिल और आँसुओं से भरी आँखों से करते हैं। भजन संहिता 56ः8 में, दाऊद प्रभु से विनती करता है, “तू मेरे आँसुओं को अपनी कुप्पी में रख ले।” कल्पना कीजिए कि दाऊद ने कितने आँसू बहाए होंगे कि उसने प्रभु से उन्हें अपनी कुप्पी में रखने के लिए कहा होगा! और उसने कितनी पीड़ा झेली होगी!
प्रिय मित्रों, क्या आपके जीवन में बार-बार आने वाली विविध समस्याओं के कारण आपकी आँखों से आँसुओं की धाराएँ बहती रहती हैं? याद रखें, आपका हर आँसू प्रभु की कुप्पी में गिरा है। प्रभु ने आपके सभी विलापों को दर्ज कर लिया है। जो आपके आँसुओं को देखता है, वह आपको कभी नहीं छोड़ेगा। जब यीशु के अच्छे दोस्त लाजर की मृत्यु हुई, तो वे आत्मा में इतना द्रवित और व्याकुल हो गये कि वे रो पड़े। (यूहन्ना 11ः33, 35) एक बार जब यीशु यरूशलेम पहुँचे, तो वे बहुत व्यथित हुए और वे शहर के लिए रो पड़े। वे कितने दयालु परमेश्वर हैं। एक अन्य घटना में, जब उन्होंने एक विधवा को देखा जिसका इकलौता बेटा मर गया था, तो उनका दिल उस पर टूट पड़ा और उन्होंने उसे सांत्वना देते हुए कहा, ‘‘मत रो।‘‘ (लूका 7ः13) याद कीजिए कि हाजिरा के साथ क्या हुआ था। जब वह रेगिस्तान में भटक रही थी, पीने के लिए पानी नहीं था और उसका बेटा लगभग मर रहा था, तो उसने प्रभु से बहुत जोर से प्रार्थना की। उन्होंने उसकी पुकार सुनी और उसे पानी का एक कुआँ दिखाया। उन्होंने माँ और बेटे दोनों की जान बचाई। क्या ऐसा प्रेमपूर्ण और दयालु परमेश्वर आपकी पुकार पर कान नहीं लगायेंगे? नहीं! कभी नहीं! वे निश्चित रूप से आपके सारे आँसू पोंछ देंगे, इसलिए आनंदित और प्रसन्न रहें! प्रार्थनाः हे स्वर्गीय पिता, आज मुझे यह आश्वासन देने के लिए मैं आपका धन्यवाद करता हूँ कि जब मैं निराशा में रोऊँगा, तो आप मुझे कभी नहीं छोड़ेंगे। मुझे विश्वास है कि आप मेरी मदद करने और मेरी सभी समस्याओं से मुझे उबारने के लिए तुरंत आएंगे। आप निश्चित रूप से मेरे रोने को खुशी में बदल देंगे। धन्यवाद। यीशु के नाम में, मैं प्रार्थना करता हूँ, आमीन।
For contact: EL-SHADDAI LITERATURE MINISTRIES TRUST
CHENNAI-59
Mobile: 9444456177 Webistie: https://www.honeydropsonline.com




Comments