बुधवार, 27 अगस्त|| यीशु के पदचिन्हों पर चलें
- Honey Drops for Every Soul

- Aug 27
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आत्मिक अमृत अध्ययनः मत्ती 4ः 1-11
‘मेरी आँखें रात के एक एक पहर से पहले खुल गईं, कि मैं तेरे वचन पर ध्यान करूँ। ‘
- भजन संहिता 119ः148
एक पिता ने पीछे मुड़कर देखा तो उसकी छोटी लड़की कीचड़ भरे मैदान में उसका पीछा करती हुई आ रही थी। उसने पुकारा, ‘‘सावधान रहना, और अपने पैरों को कीचड़ में मत भिगोना।‘‘ लड़की ने प्रसन्नतापूर्वक उत्तर दिया। ‘‘मैं ठीक वहीं कदम रख रही हूँ जहाँ आपने कदम रखा था डैडी। अगर आपके पैरों पर कीचड़ नहीं लगेगा, तो मेरे पैरों पर भी कीचड़ नहीं लगेगा।‘‘ अपने जीवन में शैतान और उसकी योजनाओं को हराने और ‘‘कीचड़‘‘ से बचने के लिए हमें अपने प्रभु यीशु के पदचिन्हों पर चलना चाहिए, जिन्होंने हर मोड़ पर शैतान को हराया। यीशु को पाप में फँसाने के शैतान के सबसे जबरदस्त प्रयास उनके धर्म प्रचार कार्य की शुरुआत में हुए, उनके बपतिस्मा के तुरंत बाद, जब वे चालीस दिनों के लिए उपवास और प्रार्थना करने के लिए जंगल में गए थे। जैसे-जैसे यीशु का शरीर कमजोर होने लगा, शैतान ने उन्हें लुभाने की उम्मीद में चालाकी से घुसपैठ की। लेकिन, प्रभु उसकी चालाक चालों का शिकार नहीं हुए। उन्होंने शास्त्रों का उद्धारण देकर उसे हरा दिया। परमेश्वर के वचन में शक्ति है और इसीलिए इसे ‘‘जीवित, और प्रबल, और हर एक दोधारी तलवार से भी बहुत चोखा‘‘ के रूप में वर्णित किया गया है। (इब्रानियों 4ः12)
प्रिय मित्रों, शैतान अक्सर हमें भी लुभाने का प्रयास करता है, खास तौर पर ऐसे समय में जब हम प्रभु की सेवा में सबसे अधिक सक्रिय रूप से शामिल होते हैं। अगर हम सतर्क नहीं हैं, तो उसके पास हमें गिराने का अच्छा मौका होगा, इससे पहले कि हम यह जान पाएं कि क्या हो रहा है। ऐसे क्षणों में शैतान को हराने की कुंजी यीशु के उदाहरण का अनुसरण करना है - वचन को उद्धृत करना। अगर शैतान शास्त्र को उद्धृत कर सकता है, तो हमें कितना अधिक उद्धृत करना चाहिए। इसलिए आइए हम अपने मन को परमेश्वर और उनके वचन से भरें, और शैतान को इसमें जगह न दें। आइए हम वचन को पढ़ें। इस पर मनन करें। इसे याद करें। और जब शैतान हमें लुभाने की कोशिश करे, तो इसे भगाने के लिए इसका इस्तेमाल करें।प्रार्थनाः स्वर्गीय पिता, शैतान मेरे चारों ओर दहाड़ते हुए शेर की तरह घूम रहा है,किसी भी समय मुझे निगलने के लिए तैयार है। मुझे उसका शिकार न बनने दें, बल्कि मुझे यीशु की तरह पवित्रशास्त्र को याद करने दें और उद्धृत करने दें, और यीशु के नाम पर उसे दूर भगाने दें। आमीन।
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