गुरूवार, 14 अगस्त || ईसाई प्रबन्धन!
- Honey Drops for Every Soul

- Aug 14
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आत्मिक अमृत अध्ययनः लूका 16ः 1-13
‘“इसलिये हम में से हर एक परमेश्वर को अपना अपना लेखा देगा।“ - रोमियों 14ः12
एक प्रबंधक वह होता है जो दूसरे के धन का प्रबंधन करता है। वह खुद उस धन का मालिक नहीं होता है, लेकिन उसे उसका आनंद लेने और अपने स्वामी के लाभ के लिए उसका उपयोग करने का विशेषाधिकार होता है। परमेश्वर हमारे स्वामी और हमारे प्रभु हैं, और हम उनके प्रबंधक हैं। कैसे? सबसे पहले, हम अपने पास मौजूद भौतिक धन के प्रबंधक हैं,चाहे वह बहुत हो या थोड़ा। हमें एक दिन परमेश्वर को जवाब देना होगा कि हमने इसे कैसे अर्जित किया है और इसका उपयोग कैसे किया है। सच्चे प्रबंधक होने का अर्थ है कि हमारे पास जो कुछ भी है उसके लिए ह्मारे पास एक आभारी हृदय हो और उसका उपयोग परमेश्वर के निर्देशानुसार करना। परमेश्वर स्वामी है और हमें धन का दुरुपयोग ऐसे तरीकों से नहीं करना चाहिए जो उन्हें नाराज करें। दूसरा,हम अपने समय के भी प्रबंधक हैं। इफिसियों 5ः15, 16 कहता है, ‘‘इसलिये ध्यान से देखो, कि कैसी चाल चलते होः निर्बुद्धियों के समान नहीं पर बुद्धिमानों के समान चलो। अवसर को बहुमूल्य समझो, क्योंकिदिन बुरे है।“ समय कीमती है और हमें इसका मूल्य पता होना चाहिए। हमें इसे बरबाद नहीं करना चाहिए, या लापरवाही से खर्च नहीं करना चाहिए, बल्कि बुद्धिमानी से काम करना चाहिए, ताकि हम और प्रभु दोनों को फायदा हो। तीसरा, हम उन उपहारों और क्षमताओं के प्रबंधक हैं जो परमेश्वर ने हमें दी हैं। 1 पतरस 4ः10 कहता है, ‘‘जिसको जो वरदान मिला है, वह उसे परमेश्वर के नाना प्रकार के अनुग्रह के भले भण्डारियों के समान एक दूसरे की सेवा में लगाए।“
चोर कहता है, ‘‘जो तुम्हारा है वह मेरा है - मैं उसे ले लूँगा।‘‘ स्वार्थी आदमी कहता है, ‘‘जो मेरा है वह मेरा है - मैं उसे रख लूँगा।‘‘ लेकिन ईसाई को कहना चाहिए, ‘‘जो मेरा है वह परमेश्वर की ओर से एक उपहार है - मैं उसे बाँटूँगा,‘‘ वॉरेन डब्ल्यू विर्सबे लिखते हैं। सबसे बढ़कर, हम सुसमाचार के प्रबंधक हैं। 1 थिस्सलुनीकियों 2ः 4 कहता है कि हमें सुसमाचार सौंपा गया है। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम न केवल उस चीज की रक्षा करें जो हमें सौंपी गई है, बल्कि इसे दूसरों के जीवन में निवेशित करें। दोस्तों, क्या हम परमेश्वर के सच्चे और वफादार प्रबंधक हैं?प्रार्थनाः सर्वशक्तिमान परमेश्वर, मुझे यह याद दिलाने के लिए धन्यवाद कि आप मेरे पास मौजूद हर चीज के स्वामी हैं - मेरी संपत्ति, समय, उपहार और योग्यताएँ, और मैं इन सबका सिर्फ एक प्रबंधक हूँ। मुझे सच्चा प्रबंधकीय कार्य करने में मदद करें ताकि जब मैं आपसे मिलूँ तो मुझे प्रशंसा और पुरस्कार मिले। आमीन।
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