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गुरुवार, 26 जून || हे प्रभु, मैं आपकी उपस्थिति के लिए तरसता हूँ

  • Writer: Honey Drops for Every Soul
    Honey Drops for Every Soul
  • Jun 26
  • 2 min read

आत्मिक अमृत अध्ययनः भजन संहिता 84ः 10-12



“तेरे आंगनों में का एक दिन और कहीं के हजार दिन से उत्तम है। ...‘‘- भजन संहिता 84ः 10

   

         दाऊद को अपने महल में रहने की अपेक्षा प्रभु के मंदिर में रहना अच्छा लगता था। उसने प्रभु के घर में द्वारपाल के रूप में खड़ा होना पसंद किया, न कि दुनिया की सारी दौलत और विलासिता का आनंद लेना। सबसे पहले, दाऊद ने वहाँ प्रभु की उपस्थिति का आनंद लिया। उसने प्रभु की तुलना सूर्य से की। जिस तरह सूर्य हमें प्रकाश देता है, उसी तरह वे हमारे मार्ग रोशन करते है और हमें हमारे मार्ग पर मार्गदर्शन करते है। जिस तरह सूर्य मनुष्यों के हृदय को प्रसन्न करता है, उसी तरह प्रभु अपने बच्चों के हृदय को प्रसन्न करते हैं। सूर्य के बिना कोई जीवन नहीं हो सकता और इसी प्रकार परमेश्वर के बिना कुछ भी जीवित नहीं रहेगा। दूसरा, दाऊद ने परमेश्वर की सुरक्षा का आनंद लिया। उसने प्रभु को ढाल कहा। एक सैनिक ढाल के साथ अपने दुश्मनों से खुद का बचाव करता है। इसी तरह, परमेश्वर अपने बच्चों को ढाल की तरह घेरे रहते है और उन्हें शैतान से बचाते है। हम, विश्वास के माध्यम से परमेश्वर की शक्ति से सुरक्षित रहते हैं। (1 पतरस 1ः 5) तीसरा, दाऊद ने परमेश्वर के वादों का आनंद लिया। प्रभु वादा करते है कि वे अपने बच्चों पर अनुग्रह और महिमा बरसायेंगे। चैथा, दाऊद ने परमेश्वर की बहुतायत का आनंद लिया। परमेश्वर उन लोगों से कुछ भी नहीं छीनते जो उनके मार्गों पर चलते हैं। वे उन्हें भरपूर आशीर्वाद देने का वादा करतए है। इस प्रकार दाऊद ने ऊपर से परमेश्वर की उपस्थिति, चारों ओर उनकी सुरक्षा, भीतर से उनके वादों और अपने जीवन के सभी दिनों में उनकी बहुतायत का आनंद लिया।


     प्यारे दोस्तों, क्या हम दाऊद की तरह अपने जीवन के सभी दिनों में प्रभु की सेवा करने की लालसा रखते हैं? क्या हममें सांसारिक सुखों और धन-दौलत को त्यागने का साहस है? अगर हम ऐसा करते हैं, तो हम भी परमेश्वर की उपस्थिति, उनकी सुरक्षा और उनके वादों का आनंद ले सकते हैं।

प्रार्थनाः स्वर्गीय पिता, आप मेरी ताकत और मेरी ढाल हैं। आप मुझ पर अपनी कृपा और महिमा बरसाएँ। मुझे आपके साथ रहने और आपकी उपस्थिति का आनंद लेने की लालसा हो। मुझे अपने दिल में आपके वादों को रखने दें और अपने जीवन की आखिरी सांस तक आपकी सेवा करने की लालसा रखें। यीशु के नाम में मैं प्रार्थना करता हूँ। आमीन।

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